Price: ₹350 - ₹210.00
(as of Apr 21, 2025 07:16:19 UTC – Details)
स्वामी विवेकानंद भारत में उस समय अवतार लिया, जब यहाँ हिंदू धर्म के अस्तित्व पर संकट के बादल मँडरा रहे थे। पंडित-पुरोहितों ने हिंदू धर्म को घोर आडंबरवादी और अंधविश्वासी बना दिया था ऐसे में स्वामी विवेकानंद ने हिन्दू धर्म को पहचान दी । इसके पहले हिंदू धर्म विभिन्न छोटे-छोटे संप्रदायों में बँटा हुआ था। तीस वर्ष की आयु में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो (अमरीका) की विश्व धर्म-संसद् में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया और इसे सार्वभौमिक पहचान दिलवाई।
उनतालीस वर्ष के संक्षिप्त जीवनकाल में स्वामी विवेकानंद जो काम कर गए, वे आनेवाली अनेक शताब्दियों तक पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
प्रस्तुत पुस्तक ‘मैं कौन हूँ?’ में स्वामीजी ने सरल शब्दों में एक आम आदमी के उन सवालों के उत्तर दिए हैं, उन जिज्ञासाओं को शांत करने का प्रयास किया है, जिनमें वह अकसर उलझकर रह जाता है कि आखिर वह है कौन ? ये आत्मा-परमात्मा कौन हैं ? स्वयं को कैसे जाना जा सकता है ? हमारे जीवन का उद्देश्य क्या है ? धर्म का जीवन में क्या महत्त्व है ? जीवन की सार्थकता क्या है? ऐसे ही करनेवाली विख्यात आध्यात्मिक विभूति स्वामी विवेकानंद की एक प्रेरक और ज्ञानवर्धक पुस्तक |
From the brand
Swami Vivekanand Books
Swami Vivekanand Books
Publisher : Prabhat Prakashan; First Edition (20 April 2024); New Delhi-110002 (PH: 7827007777) Email: prabhatbooks@gmail.com
Language : Hindi
Paperback : 168 pages
ISBN-10 : 9355626886
ISBN-13 : 978-9355626882
Item Weight : 200 g
Dimensions : 13.97 x 0.91 x 21.59 cm
Country of Origin : India
Net Quantity : 1 Count
Packer : Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
Generic Name : Book
Shalabh kumar bhatnagar –
Good, knowledgeable book
Very good fill have in bye, car and bycle
Anshuman Mumbai –
Tralslation is not up to mark
This is a hindi translation of english discource . The translation is difficult and has few errors as well. The content is amazing, but didnt enjoy this version much .
Radhe –
भारत के गौरव स्वामी विवेकानंद जी
हिंदी और संस्कृत के शब्द थोड़े कठिन है जो समझने में थोड़ी परेशानी होती है लेकिन अगर आप पूरी बुक खत्म करें लेकिन अगर आप पूरी बुक खत्म करें तो आप भाव सागर पार होने के बारे में भी बहुत कुछ जान पाएंगे। और विवेकानंद जी कितने बड़े विद्वान और श्रेष्ठ व्यक्तियों में से एक व्यक्ति हैं इसके बारे में आप दर्शन कर पाएंगे
RAVINDER SAINI –
One of the best book. Must for self awareness. I personally recommend this book, that everyone must read atleast once in their life time.
One of the best book. Must for self awareness. I personally recommend this book, that everyone must read atleast once in their life time.
Amit Kapoor –
Must read book.
I like everything about this book and I learnt a lot about myself. The methods Swami Vivekanand shared with us those are very practical and anybody can apply in his life. The way I see world now completely change.
Vikas Anand –
👏
Interesting
Placeholder –
पुस्तक की भाषा और सरल हो सकती थी।
भाषा थोड़ा कठिन है।पाठक को जितनी सरल और सहज भाषा में समझाया जाया उतना बेहतर होता है। सबको समझ आए तो मकसद पूर्ण हो जाता है।
shaurya –
आत्मज्ञान की सीढियां
अगर आप वाकई में सच जानने की शक्ति रखते है तो यह पुस्तक आपको उसका मार्ग प्रसस्त करने में पूर्णतया सक्षम है कोई दोराय नही ।